नई दिल्ली – समय निकलता गया , दिल्ली शहर बदल गया है, लेकिन कुछ चीजें वैसी ही बनी हुई हैं। यह खान मार्केट में एक प्रतिष्ठित किताबों की दुकान, फकीर चंद बुकस्टोर का आकर्षण है, जो निश्चित रूप से एक बीते युग की याद दिलाता है।इसकी स्थापना 1951 में हुई थी। तब से इसमें किताबों के चट्टों में कुछ भी नहीं बदला है। अगली बार दिल्ली जाएँ तो अवश्य विजिट करें।
फ़क़ीर चंद एंड संस दक्षिण दिल्ली के सबसे पॉश बाज़ार खान मार्किट में सबसे पुरानी दुकानों में से एक के रूप में मजबूती से खड़ा है। एक बार जब आप पहली चीज में कदम रखते हैं तो आप देखते हैं कि यह अपेक्षाकृत छोटी जगह है। तब आप घिसे-पिटे पन्नों की सुगंध को सूंघ सकते हैं, जिसकी सराहना केवल एक पुस्तक प्रेमी ही कर सकता है! यह बेतरतीब ढंग से पंक्तिबद्ध अलमारियों पर पड़ी सैकड़ों पुस्तकों के माध्यम से छानने का आकर्षण बरकरार रखता है। तब से इसके चरित्र में कुछ भी नहीं बदला है।