अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव आपसी गठबंधन के लिए तैयार हो सकेंगे या नहीं कहना कठिन। उधर शिवपाल ने इस सम्बन्ध में डेडलाइन नोटिस देते हुए कहा है कि 11 अक्टूबर तक अखिलेश की ओर से गठबंधन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है, तो मैं उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार को मैदान में उतारने की तैयारी शुरू कर दूंगा। इसके बाद वह बाद सपा के साथ गठबंधन का इंतजार नहीं करेंगे।शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव जिन्हें पिता के स्थान पर इटावा में जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष चुना गया, शायद वह अपने पिता के स्थान पर जसवंतनगर से चुनाव लड़ सकते हैं जबकि शिवपाल बदायूं जिले के गुन्नौर से चुनाव लड़ सकते हैं।